सोमवार, 28 अप्रैल 2014



पीएससी में पास हुए 42 उम्मीदवार अयोग्य




इंदौर [नप्र]। मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2012 के नतीजे शुक्रवार को जारी कर दिए। अक्टूबर 2013 में आयोजित हुई मुख्य परीक्षा के नतीजों में कुल 1,191 उम्मीवारों को अर्ह घोषिषत किया गया है। पीएससी ने 42 उम्मीदवारों को परीक्षा में पास होने के बावजूद अयोग्य घोषिषत कर दिया है। इन उम्मीदवारों को उत्तर पुस्तिका पर पहचान चिह्न बनाने का दोषषी माना गया है।
कुल 400 पदों के लिए आयोग ने मुख्य परीक्षा आयोजित की थी। चयनित उम्मीदवार अब साक्षात्कार में शामिल होंगे। इन विद्यार्थियों को 20 मई तक अपने प्रमाणित दस्तावेज पीएससी कार्यालय में जमा करवाने हैं। 30 जुलाई से साक्षात्कार का दौर शुरू होगा।
ढाई सौ दोषी
पहली बार आयोग ने चयन सूची जारी करने के साथ ही ऐसे उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी की है जिन्हें कॉपी पर पहचान चिह्न बनाने का दोषी माना गया है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. श्रीकृष्ण शर्मा के हस्ताक्षर से लिस्ट जारी की गई है। आयोग के अनुसार लिखित परीक्षा में शामिल कुल 248 उम्मीदवार को कॉपी में अपने पहचान चिह्न दर्ज करने का दोषषी माना गया है। पीएससी के परीक्षा नियमों का उल्लंघन करने के कारण इन सभी की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। इनमें से 42 उम्मीदवार ऐसे थे जो अंकों के लिहाज से मुख्य परीक्षा में चयनित हो रहे थे, लेकिन पहचान चिह्न दर्ज करने के कारण इनकी परीक्षा भी निरस्त कर दी गई।
इसलिए अयोग्य
पीएससी समेत अन्य परीक्षाओं में भी नियम है कि कॉपी पर निर्दिष्ट स्थानों को छोड़कर अन्य जगह पर उत्तरों के अलावा किसी तरह का कोई संकेत नहीं लिखा जा सकता। अंदर के पन्नों पर विशेषष रंग की स्याही का प्रयोग, नाम लिखना, कोई निशान या चिह्न बनाना या रोल नंबर लिखने को अपनी पहचान बताने का प्रयास माना जाता है। ऐसे निशान के आधार पर मूल्यांकन में धांधली की आशंका रहती है। लिहाजा नियमानुसार ऐसे उम्मीदवारों की परीक्षा निरस्त की जा सकती है।

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